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Showing posts from July, 2023

शहर

आप जिससे प्यार करते हैं,उसके लिए उसके बेहतर जीवन की सबसे सुंदर कल्पना कीजिये! हम करते ही होंगे अपनों के लिए ऐसी सुंदर कल्पना!  ठीक वैसे ही जिसका सम्मान करते हैं,उसके ऐसा बन जाने की कल्पना कीजिये कि उसकी सुंदरता की गवाही को शब्द की आवश्यकता न पड़े! शुभकामनाओं का असर जब पड़ता है तो वे ताजे गुलाब सा निखर उठते हैं।ऐसा प्यार और सम्मान हम उन शहरों के लिए भी कर सकते हैं जहाँ हमने जन्म लिया!जहाँ हमारे सपने पूरे होते हैं।जहाँ हमारे अपने रहते हैं! जहाँ से रोजी-रोटी चलती है।  ऐसे ही समय की दहलीज पर बिखरा पड़ा मेरा अस्तित्व बरसों की मेहनत बाद एकदिन अपने सार को जब ग्रहण करता है तब यह वह दिन था जब मैंने उस शहर के बारे में जाना,जिसका नाम भी कभी नहीं सुना था।तमाम आशंकाओं-चिंताओं,कुछ मिलने की खुशी और कुछ छूट जाने के परिताप को अपने तेवर की पोटली में बांधकर एक नये शहर में प्रवेश करती हूँ।  जीवन की सबसे बड़ी खुशियों में से एक खुशी और अपनों से बिछोह का दुख एक ओर,और मैं खोज़ में रही एक अदद जगह की तलाश में जहाँ शामें गुजारी जा सकें,जहाँ सारा तनाव,सब चिंताएं बहाई जा सकें! द्वन्द्व सुलझाई जा सकें!जिसके किनारे

मेरे बाबा

    मेरा यह वर्तमान जीवन मेरे बाबा का आशीर्वाद है। आह ! द्वंद्वों से युक्त फिर भी कितना संतोषपूर्ण जीवन है। सब है यहाँ। दुःख-सुख, मान-अपमान, बदनामी-यश, प्रेम-विश्वास,पुस्तकें, खेल,राजनीति, बहस,सेहत,संगीत।  एक बेतरतीब बेवकूफी तो अबूझ उदासी फिर भी एक मस्तमौलापन। पाताललोक तक पहुंचा देने वाले बैचेनियों के साथ आकाश छूता आत्मविश्वास भी।तमाम निराशाओं के बाद भी एक सकारात्मक दृष्टिकोण। यह भी मालूम है कि मेरे हाथ में बहुत कुछ नहीं हैं फिर भी कर्मशील बने रहने को सदैव तत्पर,मज़बूत इच्छाशक्ति भी, व्यक्तित्व की स्मार्टनेस भी। भौतिक चाहना के साथ आध्यात्म भी!सब तो है। क्यों है? क्योंकि यह जीवन मेरे बाबा का आशीर्वाद है। मैं इस मामले में सौभाग्यशाली हूं कि अपने जीवन को अपनी सोच के अनुरूप ढालने के प्रयास में सफल हूँ । और जो कुछ रह गया है,वह भी शीघ्र होगा। जो देरी है, वह मेरी कमी है।किंतु मैं उन तमाम सेनाओं के विरुद्ध जिन्होंने मेरी आत्मा के उजले पक्ष पर घेरा डाला है,मैं उन सबसे जीत जाऊंगी एक दिन।  क्यों? क्योंकि मेरे बाबा के लिए मैं स्पेशल हूँ। वे मुझे कभी हारने नहीं देंगे।  मेरे पास दूसरे को देने के लिए

Simone de Beauvoir

  सिमोन,दुनिया के उन कुछ व्यक्तित्व में से एक हैं जो मुझे बेहद पसंद हैं।जबकि उनके सिद्धांतों,उनके जीवन जीने के तरीकों,उनके प्रेम संबधों,उनके विचारों से मुझे घोर असहमति है।किन्तु फिर भी सिमोन मेरी फेवरेट हैं।फेवरेट या पसंद करने के लिए,किसी का आदरणीय बनने के लिए बिलकुल आवश्यक नहीं कि हम उसके प्रत्येक बातों-विचारों से सहमत ही हों। बहरहाल,  सिमोन मुझे पसंद हैं क्योंकि उन्होंने जीवन को अपनी शर्तों पर जिया।अपने सपने पूरे करने के लिए जीवन में रिस्क लिया।अपने उसूलों,अपने सिद्धांतों के लिए अपने प्रेम (उनके समकालीन महान अस्तित्ववादी दार्शनिक ज्यां पाॅल सार्त्र से उनके प्रेम प्रसंग उन दिनों पूरे यूरोप में चर्चा का विषय था) को भी ठुकराने से गुरेज़ नहीं किया।मुझे वो लोग पसंद आते हैं जो जीवन में किसी से प्रेम करते हैं और बेइंतहा करते हैं जैसे सिमोन ने सार्त्र से किया।किन्तु मुझे वो लोग बहुत पसंद आते हैं जो जीवन में अपने कैरियर,अपनी स्वतंत्रता को प्रत्येक स्थिति में प्राथमिकता देते हैं और दोनों का बेहतरीन तालमेल जीवन में बिठाते हैं।जैसे कि सिमोन ने किया।सार्त्र से बेहद प्रेम करने के बाद भी अपने क्षेत